राष्ट्रीय स्तर पर इंदिरा गाँधी राजभाषा पुरस्कार वर्ष 2013-14 में उत्कृष्ट हिंदी कार्य हेतु पुरस्कार मा. राष्ट्रपति महोदय श्री. प्रणव मुखर्जी के कर कमलों द्वारा विज्ञान भवन नई दिल्ली में दि.15-11-2014 को प्रदान किये गए। भारत सरकार के राजभाषा विभाग ने द्वारा उत्कृष्ठ राजभाषा कार्यान्वयन हेतु विभिन्न मंत्रालयों, विभागों , बैंको, उपक्रमों को इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार प्रति वर्ष प्रदान किये जाते है । 15 नवम्बर को संपन्न हुए इस शानदार समारोह में अहमदनगर शहर की नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति को ख क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय क्रमांक का पुरस्कार प्राप्त हुआ । इस कार्यक्रम में मा.गृह मंत्री जी श्री राजनाथ सिंह तथा राज्य मंत्री किरण रिज्जु , राजभाषा विभाग के सचिव सुश्री नीता चौधरी, संयुक्त सचिव पुनम जुनेजा उपस्थित थे ।
राष्ट्रपति महोदय श्री. प्रणव मुखर्जी के कर कमलों द्वारा भारत संचार निगम लि. अहमदनगर के महाप्रबंधक तथा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष श्री. अजातशत्रु सोमानी को इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार शील्ड और भारत संचार निगम के राजभाषा अधिकारी तथा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य सचिव श्री. विजय नगरकर को विशेष राजभाषा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इस समारोह में कुल 48 पुरस्कारों का वितरण विभिन्न मंत्रालयों ,विभागों ,बैंकों ,उपक्रमों को किया गया ।
राष्ट्रपति महोदय श्री. प्रणव मुखर्जी के कर कमलों द्वारा भारत संचार निगम लि. अहमदनगर के महाप्रबंधक तथा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष श्री. अजातशत्रु सोमानी को इंदिरा गांधी राजभाषा पुरस्कार शील्ड और भारत संचार निगम के राजभाषा अधिकारी तथा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के सदस्य सचिव श्री. विजय नगरकर को विशेष राजभाषा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इस समारोह में कुल 48 पुरस्कारों का वितरण विभिन्न मंत्रालयों ,विभागों ,बैंकों ,उपक्रमों को किया गया ।
अपने संबोधन में मा. राष्ट्रपति महोदय ने कहा कि 'भारत जैसे विशाल देश में जहां कई भाषा बोली जाती हैं, उसमें हिंदी का अपना विशेष स्थान है। यह हमारी सांस्कृतिक और सामाजिक एकता की प्रतीक है। इतना ही नहीं हिंदी लोगों को आपस में जोड़ने के लिए मुख्य संपर्क भाषा भी है। यह सरकार और जनता के बीच सेतु का भी काम करती है।'
मा. गृह मंत्री श्री. राजनाथ सिंह ने अपने भाषण में कहा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आजादी के 67 वर्षो बाद भी सरकारी दफ्तरों में हिंदी का व्यापक इस्तेमाल नहीं किया जाता है।' उनके अनुसार, 'देश के 75 फीसद लोग हिंदी बोलते और समझते हैं। इसके बावजूद सरकारी कार्यालय में इसके प्रयोग से परहेज किया जाता है।हालत यह हो गई है कि इसके प्रचार-प्रसार के लिए हमें हिंदी दिवस का आयोजन करना पड़ता है। गृह मंत्री ने हिंदी के अधिक से अधिक इस्तेमाल पर जोर दिया।
1998 से नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति का संचालन भारत संचार निगम अहमदनगर द्वारा किया जा रहा है । समिति के द्वारा अनेक विभागों के लिए हिंदी भाषा में काम करने की सुविधा हेतु डिजिटल शब्दकोष, प्रशिक्षण,कार्यशाला , वार्षिक पुरस्कार , कंप्यूटर पर यूनिकोड का प्रयोग आदि अनेक कार्यक्रम संचालित किये जाते है. इस कार्य की सराहना विभिन्न स्तर पर की जा चुकी है। विगत 16 सितम्बर 2014 को राजभाषा विभाग की सचिव नीता चौधरी ने अहमदनगर को भेंट की थी। उस दौरान चौधरी ने नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के कार्य का निरिक्षण किया था। समिति के हिंदी भाषा संबंधी कार्य को ध्यान लेते हुए महाप्रबंधक सोमानी और विजय नगरकर को पुरस्कार घोषित हुआ था। नगर जैसे छोटे शहर को यह राष्ट्रीय स्तर का सम्मान पहली बार मिला है । पुरस्कार प्राप्त होने पर महाप्रबंधक श्री अजातशत्रु सोमानी और राजभाषा अधिकारी श्री. विजय नगरकर का अभिनन्दन नगर शहर के विभिन्न केंद्र व राज्य सरकार के अधिकारी , सामजिक, शिक्षा के संघठनों द्वारा किया गया है ।